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CWG चैंपियन की मां फटी साड़ी में रखती हैं मेडल

sports_master by sports_master
August 12, 2022
in एथलेटिक्स
0

नई दिल्ली. बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में वेटलिफ्टिंग में 313 किलो वजन उठकार कमाल करने वाले अंचिता श्यूली के मेडल्स और ट्रॉफी मां की फटी साड़ी में लपेटकर रखे जाते है. वेटलिफ्टर श्यूली ने भारत को 73 किग्रा भारवर्ग में गोल्ड मेडल दिलाया था. अंचिता मध्य प्रदेश पुलिस में हवलदार हैं और जबलपुर में पोस्टेड हैं।  मूलतः वे बंगाल से हैं।

अंचिता के पास खिलाड़ी होने के कारण अब तो सरकारी नौकरी है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब बगैर खाना खाए उन्हें सोना पड़ता था।

श्यूली की मां ने बताया कि उनके बेटे के मेडल्स और ट्रॉफी दो कमरों के घर में बेड के नीचे रखे हुए हैं. श्यूली का घर पश्चिम बंगाल के देयुलपुर में हैं. अजिंता श्यूली कॉमनवेल्थ गेम्स में कमाल करके जब घर लौटे तो उनकी मां पूर्णिमा श्यूली ने एक छोटे से स्टूल पर इन सभी ट्रॉफी और मेडल्स को रखा हुआ था.

छोटे बेटे से अलमारी खरीदने के लिए कहा

श्यूली की मां ने अपने छोटे बेटे से इन सभी मेडल्स और ट्रॉफी को रखने के लिए एक अलमारी खरीदने के लिए कहा है. पीटीआई की खबर के अनुसार उनकी मां ने कहा कि मैं जानती थी कि जब उनका बेटा आएगा तो पत्रकार और फोटाग्राफर घर आएंगे, इसीलिए बेटे के सारे मेडल्स और ट्रॉफियां स्टूल पर सजा दी. मैंने तो सपने में भी कभी नहीं सोचा था कि बेटा देश के लिए गोल्ड जीतेगा.

भूखे बेटे भी सोए अंचिता

2013 में अंजिता के पिता का निधन हो गया था. इसके बाद उनकी मां ने अपने दोनों बच्चों को पालने के लिए मुश्किलों का सामना किया. अचिंता की मां ने कहा कि घर के बाहर इकट्ठे हुए लोगों को देखकर लगता है कि समय बदल गया है. बच्चों को पालने में आई मुश्किलों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई बार मैं उनका पेट भी नहीं भर पाती थी. कई बार दोनों बेटे बिना खाना खाए सो गए.

सामान चढ़ाने- उतारने का काम करते थे अंचिता

भारतीय चैंपियन अजिंता श्यूली की मां ने कहा कि उनके बच्चों को साड़ियों पर जरी का काम करने के अलावा सामान चढ़ाने और उतारने का भी काम करना पड़त था. इतनी मुश्किलों के बावजूद दोनों ने वेटलिफ्टिंग करना जारी रखा. उन्होंने कहा कि मेरे पास दोनों को काम पर भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. अगर मैं ऐसा नहीं करती तो हमारे लिए जीवित रहना भी मुश्किल हो जाता.

 

 

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