एक समय भारत हॉकी में दुनिया का बादशाह हुआ करता था। समय के साथ भारत इस खेल में कमजोर होने लगा। 2008 में तो भारत ओलंपिक के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर पाया था। लेकिन टोक्यो 2020 के बाद पेरिस ओलंपिक में मेडल जीते। 2022 एशियन गेम्स में गोल्ड पर कब्जा जमाया। अब 8 साल बाद हॉकी एशिया कप का खिताब भी जीत लिया है। डिफेंडिंग चैंपियन साउथ कोरिया के खिलाफ भारत ने फाइनल को 4-1 से आसानी से अपने नाम किया।
टीम इंडिया चौथी बार चैंपियन

भारत ने चौथी बार एशिया कप खिताब जीता है और इसके साथ ही वह पांच बार की चैम्पियन कोरिया के बाद टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल टीम बन गई। भारत ने इससे पहले 2003 (कुआलालंपुर) , 2007 (चेन्नई) और आखिरी बार 2017 (ढाका) में एशिया कप जीता था । दक्षिण कोरिया ने 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में खिताब जीता है।
खचाखच भरे राजगीर खेल परिसर में भारत के लिये सुखजीत सिंह ने पहले ही मिनट में गोल दागा जबकि दिलप्रीत ने 28वें और 45वें मिनट में गोल किये। अमित रोहिदास ने 50वें मिनट में चौथा गोल दागा। वहीं पांच बार की चैम्पियन दक्षिण कोरिया के लिये एकमात्र गोल 51वें मिनट में डेन सोन ने किया।
भारत ने टूर्नामेंट में पांच जीत दर्ज की और एक ड्रॉ खेला। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने तीनों पूल मैच जीते। सुपर 4 चरण में मलेशिया को 4-1 और चीन को 7-0 से हराया जबकि कोरिया से मैच 2-2 से ड्रॉ रहा था।
पहले ही सेकंड से भारतीय टीम ने आक्रामक शुरुआत की। डिफेंस, मिडफील्ड और फॉरवर्ड पंक्ति के बीच कमाल का तालमेल था और एक ईकाई के रूप में विरोधी गोल पर कई हमले बोले गए। दूसरी ओर कोरियाई टीम अधिकांश समय रक्षात्मक खेल दिखाती नजर आई जो उस पर भारी पड़ा।
विश्व कप में भी मिली जगह
इसके साथ ही भारत ने अगले विश्व कप के लिये क्वालीफाई कर लिया जो 2026 में 14 से 30 अगस्त तक बेल्जियम और नीदरलैंड में होना है। भारत ने अब तक सिर्फ एक बार 1975 में कुआलालंपुर विश्व कप जीता है।