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करियर का इंजन दौड़ने को कार बेचकर लिया कर्जा, जूडो में देश को रजत दिलाने वाली सुशीला देवी का संघर्ष

sports_master by sports_master
August 2, 2022
in एथलेटिक्स
0

CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जूडोको सुशीला देवी ने भारत को सातवां पदक दिलाया। उन्होंने सेमीफाइनल में मॉरीशस की प्रिसिला मोरांड को इप्पोन से अंक जुटाकर हराकर महिलाओं के 48 किलोवर्ग के फाइनल में पहुंचकर पदक सुनिश्चित कर लिया था। फाइनल में उन्हें दक्षिण अफ्रीका की मिशेला वाइटबूइ ने हराया और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी त्याग किया। उन्हें खर्च उठाने के लिए कार बेचकर कर्ज लिया।

सुशीला ने अपने भाई सिलक्षी के कारण जूडो में करियर बनाया। वह अपने भाई के साथ जूडो एकेडमी जाती थीं। दोनों सुबह सुबह-सुबह साइकिल चलाकर एकेडमी जाते थे। यह सफर आसान नहीं होता था। कभी बारिश तो कभी कोहरा उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। सुशीला साल 2009 में अपने मौजूदा कोच और अर्जुन अवॉर्डी जीवन कुमार शर्मा से मिली। उन्होंने खर्च उठाने से लेकर स्पॉन्सर्स दिलाने तक में उनकी काफी मदद की।सुशीला देवी 2014 में ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल दिलाया था। उन्होंने टोक्यों ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था। उनको आर्थिक तंगी के कारण काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। साल 2018 में पैर की चोट के कारण एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं ले सकीं। उन्होंने टूर्नामेंट में जाने के लिए साल 2016 में अपने लिए गाड़ी खरीदी थी, लेकिन साल 2018 में उन्हें अपना खर्च उठाने के लिए इसे बेचना पड़ा। उनके पिता छोटे से किसान हैं। वह सब्जी उगाकर अपना घर चलाते हैं।सुशीला को फाइनल में बेहद करीबी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की मिशेला वाइटबूइ ने 4.25 मिनट में हराया।

चार मिनट के नियमित समय में दोनों जूडो खिलाड़ियों कोई अंक नहीं बना पाए थे। वाइटबूट ने इसके बाद गोल्डन अंक जुटा कर मुकाबला जीत लिया। उन्होंने  इससे पहले सेमीफाइनल में मॉरीशस की प्रिसिला मोरांड को इप्पोन को शिकस्त देकर अपना पदक पक्का किया था। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में मालावी की हैरियट बोनफेस को हराया था।विजय कुमार यादव ने 60 किलो वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने साइप्रस के पेट्रोस क्राइस्टोडोलिडेस को इप्पोन से अंक जुटाकर मात दी। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए विरोधी की गलतियों का पूरा फायदा उठाया और 58 सेकंड के भीतर ही जीत दर्ज कर ली । पुरूषों के 60 किलो रेपेशाज में यादव ने स्कॉटलैंड के डिनलान मुनरो को हराकर कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी । यादव को क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के जोशुआ काज ने मात दी थी ।

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Author: sports_master

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