Australia vs England: एशेज सीरीज की शुरुआत ठीक वैसी ही हुई है, जैसी उम्मीद की जा रही थी। जैसे ही तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने पहले ओवर की आखिरी बॉल पर पहला विकेट लिया, ये रोमांच और भी शिखर पर पहुंच गया। इंग्लैंड की पारी तो सस्ते में सिमट गई, लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी शुरू हुई तो जोफ्रा आर्चर भी कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी पहला जख्म जल्दी दे दिया। इस मैच में जो कुछ पहले ओवरों में हुआ, वो इससे पहले एशेज के इतिहास में कभी नहीं हुआ था।
मिचेल स्टार्क ने पहले ही ओवर में दिया इंग्लैंड को पहला झटका
मिचेल स्टार्क जब पहले ओवर में गेंदबाजी के लिए आए तो पहली पांच बॉलों पर उन्होंने कोई रन नहीं दिया। इसके बाद इससे पहले कि ओवर खत्म होता, मिचेल स्टार्क ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉले को चलता कर दिया। तब तक ना तो जैक क्रॉले का खाता खुला था और ना ही इंग्लैंड की टीम ही कोई रन बना पाई थी। यानी पहला विकेट शून्य के स्कोर पर गिर गया।
इंग्लैंड की पूरी टीम केवल 172 रन पर ही सिमटी
पहले ओवर में पहला झटका लगने के बाद इंग्लैंड की टीम इससे उबर नहीं पाई। इंग्लैंड ने कोशिश तो बहुत की, लेकिन इसके बाद भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। पूरी टीम केवल 32.5 ओवर में 172 रन ही बना सकी। केवल हैरी ब्रूक ही ऐसे बल्लेबाज रहे, जो 50 का आंकड़ा पार कर सके। हैरी ब्रूक ने 61 बॉल पर 52 रन बनाने का काम किया। ओली पोप ने जरूर 58 बॉल पर 46 रन बनाए, लेकिन वे भी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाए।
जोफ्रा आर्चर ने भी पहले ही ओवर में लिया पहला विकेट
इसके बाद शुरू हुई ऑस्ट्रेलिया की पारी। इस मैच में जेक वेदराल्ड को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला। उधर से गेंदबाजी की कमान जोफ्रा आर्चर ने संभाली। उन्होंने दूसरी पारी के पहले ओवर की दूसरी बॉल पर वही काम किया, जो इससे पहले मिचेल स्टार्क ने किया था। जोफ्रा आर्चर ने जेक वेदराल्ड को शून्य पर पवेलियन भेज दिया। इतना ही नहीं। तब तक ऑस्ट्रेलिया का भी खाता नहीं खुला था। एशेज सीरीज के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी मैच की दोनों पारियों में बिना कोई भी रन बने पहला विकेट गिर गया हो, ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अब देखना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी पहली पारी में कितने रन बनाने में कामयाब होती है।


