India vs South Africa: भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में 22 नवंबर से आमने सामने होने वाली हैं। सीरीज का पहला मुकाबला हारकर टीम इंडिया पीछे चल रही है। सीरीज चुंकि दो ही मैचों की है, इसलिए अगर भारतीय टीम ने दूसरा मैच ड्रॉ भी करा लिया तो सीरीज हार जाएगी। ऐसे में सीरीज बराबरी पर समाप्त करने के लिए अगले मैच में जीत ही एकमात्र विकल्प है। हालांकि ये जीत आसानी से तो नहीं मिलने वाली। इसके लिए टीम मैनेजमेंट को कुछ सख्त फैसले लेने होंगे।
नंबर तीन के लिए खोजना होगा एक प्रॉपर बल्लेबाज
टीम इंडिया ने सीरीज के पहले मुकाबले में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए वॉशिंगटन सुंदर का भेज दिया था। जो कि एक गेंदबाज आलराउंडर के तौर पर अपनी पहचान रखते हैं। सुंदर नीचे के क्रम में जाकर रन बना सकते हैं, ये बात किसी से छिपी नहीं है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें तीसरे नंबर पर भेज दिया जाए। जो भी लोग टेस्ट क्रिकेट को समझते हैं, वो जानते हैं कि इस फॉर्मेट में नंबर तीन की पोजिशन कितनी अहम होती है। यही वजह रही कि सालों तक यहां पर दीवार के रूप में पहचान बनाने वाले राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा खेलते रहे। लेकिन अब तीसरे नंबर पर कोई ठीक बल्लेबाज नहीं मिल रहा है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रयोगों के दौरे से बाहर निकलकर तीसरे नंबर पर साई सुदर्शन या फिर देवदत्त पडिक्कल को मौका दिया जाए। हालांकि ये खिलाड़ी यहां खेल चुके हैं, लेकिन रन वे भी नहीं बना पाए। ऐसे में टीम मैनेजमेंट क्या फैसला करता है, ये देखना दिलचस्प होगा।
ध्रुव जुरेल को देना चाहिए नंबर चार पर मौका
गुवाहटी में खेला जाने वाले दूसरे टेस्ट में माना जा रहा है कि कप्तान शुभमन गिल नहीं खेल पाएंगे। वे कोलकाता टेस्ट के दौरान चोटिल हो गए थे और इसके बाद चौथी पारी में बल्लेबाजी के लिए भी नहीं उतरे। अगर गिल पूरी तरह से फिट नहीं हुए तो उनका ना खेलना ही बेहतर होगा। ऐसे में ध्रुव जुरेल तीसरे नंबर के लिए सही विकल्प हो सकते हैं। पिछले मैच में एक बल्लेबाज के तौर पर ध्रुव को मौका दिया गया था, लेकिन वे नंबर सात पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। एक प्रॉपर बल्लेबाज का इतने नीचे खेलने के लिए आना समझ से परे है। देखना होगा कि क्या इस पर आखिरी मोहर लगाई जा सकती है कि नहीं।
प्रॉपर बल्लेबाज और गेंदबाज को खिलाना होगा ज्यादा बेहतर
टीम इंडिया पिछले कुछ वक्त से अपने आलराउंडर्स पर ज्यादा भरोसा कर रही है। जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों काम कर सके। कहीं ना कहीं ये भी हार की एक वजह है। पिछले ही मुकाबले में वॉशिंगटन सुंदर को एक आलराउंडर के तौर पर मौका दिया गया, लेकिन उन्हें एक ही ओवर फेंकने के लिए मिला। उनके बल्ले से ज्यादा रन भी नहीं आए। इससे अच्छा होता कि एक प्रॉपर बल्लेबाज या फिर गेंदबाज को मौका दिया जाए, ताकि वो मैदान पर अपना 100 फीसदी देकर टीम को जीत के रास्ते पर ले जा सके।


