भारतीय क्रिकेट इस वक्त बदलाव के दौर से गुजर रहा है। पिछले कई साल से खेल रहे खिलाड़ी अब टीम से धीरे धीरे कर बाहर होते चले जा रहे हैं और नए व युवा खिलाड़ियों को मौके दिए जा रहे हैं। जो खिलाड़ी अब अच्छा खेल नहीं दिखा रहे हैं, उन्हें तो बाहर करना समझ में आता है, लेकिन उम्र होने के बाद भी अगर कोई खिलाड़ी बाहर कर दिया जाए तो ये क्यों हो रहा है, समझ से परे है। ऐसा ही कुछ भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ हो रहा है। वे अभी डोमेस्टिक क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन टीम इंडिया से बाहर हैं। इस बीच पता चला है कि अब शमी की वापसी की संभावना भी काफी कम हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था शमी ने आखिरी इंटरनेशनल मैच
मोहम्मद शमी ने भारत के लिए आखिरी इंटरनेशनल मैच चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था, तब भारतीय टीम चैंपियन भी बनी थी। बीच में वे चोटिल हो गए, उसके बाद अपनी फिटनेस साबित करने के लिए उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट भी खेला। संभावना थी कि वे भारत बनाम साउथ अफ्रीका सीरीज से टीम में वापसी कर जाएंगे, लेकिन जब सेलेक्टर्स ने टीम का ऐलान किका तो उसमें शमी का नाम नदारद था। शमी ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलते हुए 93 ओवर फेंक और विकेट भी चटकाए। अब पीटीआई के हवाले से एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि अब इस बात की संभावना काफी कम है कि शमी सफेद जर्सी में नजर आएं। यानी वनडे और टी20 इंटरनेशनल में उनके करियर पर पूर्णविराम लगता हुआ सा नजर आ रहा है।
वनडे विश्व कप 2023 के दौरान भी लग गई थी चोट
शमी वनडे विश्व कप 2023 में स्टार गेंदबाज के तौर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे थे। लेकिन इस बीच उनकी एड़ी में चोट लग गई और वे टीम से बाहर हो गए। वे लंबे समय तक टीम से बाहर रहे। इसके बाद उन्होंने वापसी तो की, लेकिन उसके बाद फिर बाहर हो गए। शमी अब करीब 35 साल के हो गए हैं। भारत के लिए अब तक उन्होंने 197 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, लेकिन अब वे अपने 200 मैच पूरे कर पाएंगे, इसको लेकर पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।
बाकी तेज तेज गेंदबाज निकल गए शमी से आगे
रिपोर्ट में कहा गया है कि शमी टेस्ट और टी20 इंटरनेशनल में अब काफी पीछे रह गए हैं, जहां प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ने अपनी दावेदार मजबूत कर ली है। हालांकि अभी वे वनडे खेल सकते हैं, लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है कि साल 2027 में वनडे विश्व कप होना है, तब तक क्या शमी की धार बरकरार रहेगी और क्या वे तब तक भी इसी तरह से फिट रह पाएंगे। शमी साल 2027 में 37 साल के हो चुके होंगे, यही एक वजह है कि उनके करियर पर संकट सा मंडराता हुआ दिख रहा है।
इंग्लैंड सीरीज से पहले शमी से बातचीत का दावा
आपको याद होगा कि जब शमी को टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया और शमी ने खुद खुले तौर पर कहा कि बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी ने उनसे कोई बात नहीं की। अब बीसीसीआई के सूत्रों से पता चला है कि टीम इंडिया की सेलेक्शन कमेटी और बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सहयोगी स्टाफ ने शमी का हाल जानने के लिए बात की थी। जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर थी, तब शमी से इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ए के कम से कम एक मैच खेलने का अनुरोध किया गया था, ताकि वे अपनी फिटनेस को साबित कर सकें। तब शमी ने अपने नाम पर विचार न किया जाने की बात कही थी। अब सही क्या है और गलत क्या, इसका जवाब तो इन्हीं दो पक्षों के पास होगा, लेकिन अगर शमी भारत के लिए आने वाले वक्त में नहीं खेल पाए तो भारतीय क्रिकेट का नुकसान तो जरूर होगा।


