महिला वर्ल्ड कप 2025 का खिताब भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर जीता था। टीम इंडिया के लिए शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और ऋचा घोष ने दमदार प्रदर्शन किया। अब ऋचा को ईडन गार्डन्स में एक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें बंग भूषण पुरस्कार, पुलिस उपाधीक्षक पद (DSP) और सोने की एक चेन भेंट की।
ऋचा घोष को मिले 34 लाख रुपए
इन सबके अलावा ऋचा घोष को बंगाल क्रिकेट एसोसिएसन द्वारा 34 लाख रुपए की राशि भी प्रदान की गई, जो फाइनल में उनके द्वारा बनाए गए हर रन के लिए एक एक लाख रुपए के हिसाब से था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में ऋचा ने 24 गेंदों में कुल 34 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और दो छक्के शामिल रहे।
टूर्नामेंट में ऋचा ने कुल बनाए 234 रन
ऋचा घोष बंगाल की पहली विश्व कप विजेता क्रिकेटर बनी हैं। इसके बाद उन्हें यह सम्मान मिला है। 2003 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद सौरव गांगुली भारतीय कप्तान के रूप में यह खिताब जीतने से चूक गए थे। ऋचा ने भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी और टूर्नामेंट की 8 पारियों में कुल 234 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल रहा।
सौरव गांगुली ने कर दी तारीफ
क्रिकेट एसोसिएसन ऑफ बंगाल के चीफ सौरव गांगुली ने सिलीगुड़ी की ऋचा घोष को बंगाल का गौरव बताते हुए कहा कि ऋचा ने राज्य को गौरवान्वित किया है। मुझे उम्मीद है कि वह अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगी और एक दिन भारतीय महिला टीम की कप्तान बनेंगी। ऋचा ने ‘फिनिशर’ की भूमिका पर कहा कि मुझे दबाव पसंद है। जब मैं नेट्स पर बल्लेबाजी करती हूं तो मैं समय का ध्यान रखती हूं और देखती हूं कि मैं उस खास समय में कितने रन बना सकती हूं।
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें एक सुनहरा बल्ला और गेंद भेंट की जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंग भूषण पदक, डीएसपी नियुक्ति पत्र और सोने की चेन सौंपी। बंग भूषण और बंग विभूषण पुरस्कार पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा स्थापित सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं जो कला, संस्कृति, साहित्य, लोक प्रशासन और सार्वजनिक सेवा सहित मानव प्रयास के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को प्रदान किए जाते हैं।


