पेवर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में सात्विक साईराज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को मेंस डबल्स सेमीफाइनल में चीन के 11वें वरीयता प्राप्त चेन बो यांग और लियू यी से हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के साथ ही भारत का टूर्नामेंट में सफर समाप्त हो गया और उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। भारत के लिए मेडल पक्का करने के एक दिन बाद सात्विक और चिराग के पास वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी बनने का मौका था लेकिन शनिवार की शाम को 67 मिनट तक चले सेमीफाइनल मुकाबले में 19-21, 21-18, 12-21 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
सेमीफाइनल में सात्विक-चिराग को मिली पांचवीं हार
आपको बता दें कि चीनी जोड़ी के खिलाफ दो मैचों में यह भारतीय जोड़ी की पहली हार थी। इससे पहले पिछले साल थाईलैंड ओपन के फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय, सिंगापुर, मलेशियाई और चीन ओपन के बाद यह सात्विक-चिराग की इस साल की पांचवीं सेमीफाइनल हार थी। भारतीय जोड़ी ने इस मैच में धमाकेदार शुरुआत की और शुरुआत में ही 4-0 की बढ़त बना ली और मिडिल स्टेज तक 11-5 की बढ़त के साथ मैच में आगे थी।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में सात्विक-चिराग ने जीता दूसरा ब्रॉन्ज मेडल
ब्रेक के बाद चीनी जोड़ी ने जोरदार वापसी की और 14-13 से बढ़त बना ली और तीसरे गेम पॉइंट पर पहला मैच अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने फिर से 5-1 की बढ़त बना ली, हालांकि अंतराल पर उनकी बढ़त 11-9 रह गई। आखिरी गेम में, चेन बोयांग और लियू यी ने शानदार अंदाज में बाजी पलट दी और 9-0 की बढ़त बना ली और भारतीय जोड़ी को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में सात्विक-चिराग का यह दूसरा ब्रॉन्ज मेडल है, इससे पहले उन्होंने 2022 में टोक्यो में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। सात्विक-चिराग की जीत से भारत ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में मेडल जीतने का वो सिलसिला बरकार रखा है, जो साल 2011 से चला आ रहा है।


