पेरिस: ओलिंपिक में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ को लेकर बड़ा विवाद छिड़ गया है। 25 साल की खेलीफ महिलाओं की वेल्टरवेट इवेंट में हिस्सा ले रही हैं। राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में खेलीफ का मुकाबला इटली की एंजेला कैरिनी से हुआ। कैरिनी ने 46 सेकेंड में ही मैच को छोड़ने का फैसला कर लिया। खेलीफ का मुक्का इतना जोरदार था कि जान बचाने के लिए कैरिनी ने मैच को छोड़ने का फैसला किया। विवाद इसलिए है क्योंकि इमान खेलीफ में पुरुषों वाले क्रोमोसोम हैं।
पहले भी हो चुका है विवाद
यह पहला मौका नहीं है जब इमान खेलीफ विवादों के घेरे में हैं। 2023 महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पहली बार खेलीफ के लिंग को लेकर विवाद हुआ था। नई दिल्ली में आयोजित इस चैंपियनशिप में IBA अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने खेलीफ को भाग लेने से रोक दिया था। क्रेमलेव ने अपने बयान में कहा था, ‘डीएनए टेस्ट के आधार पर हमने ऐसे कई एथलीटों की पहचान की जिन्होंने खुद को महिला बताकर अपने विपक्षी को धोखा देने की कोशिश की। टेस्ट के रिजल्ट के अनुसार, यह साबित हो गया कि उनके पास XY क्रोमोसोम हैं। ऐसे एथलीटों को प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया।’
आईओसी का आया बयान
इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने कहा कि खेलीफ के पासपोर्ट पर महिला लिखा है, इसलिए वह महिला इवेंट में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने कहा, ‘महिला इवेंट में हिस्सा लेने के लिएसभी एथलीट प्रतियोगिता के लिए निर्धारित पात्रता नियमों का पालन कर रहे हैं। उनके पासपोर्ट पर वे महिला हैं और यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे महिला हैं।’ खेलीफ ने 2020 तोक्यो ओलिंपिक में भी हिस्सा लिया था।
न हैं इमान खेलीफ?
खेलीफ 25 साल की हैं और अल्जीरिया के टियारेट शहर से आती हैं। वे अभी यूनिसेफ की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। उनके पिता लड़कियों के लिए मुक्केबाजी को सही नहीं मानते थे लेकिन खेलीफ दुनिया के सबसे बड़े मंच पर गोल्ड मेडल जीतकर नई पीढ़ी को प्रेरित करना चाहती थीं। खेलीफ ने अपने मुक्केबाजी करियर की शुरुआत 2018 विश्व चैंपियनशिप से की थी, जहां वे 17वें स्थान पर रहीं। 2021 टोक्यो ओलिंपिक में खेलीफ क्वार्टर फाइनल में आयरलैंड की केली हैरिंगटन से हार गई थीं। महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में खेलीफ को एमी ब्रॉडहर्स्ट से हारकर दूसरा स्थान मिला था। उसके बाद उन्होंने 2022 अफ्रीकी चैंपियनशिप में गोल्ड पर कब्जा जमाया था।