नई दिल्ली: श्रेयस अय्यर भारतीय वनडे टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। अपने आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में फिफ्टी ठोकी थी। घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा रहे हैं। आईपीएल 2024 की विजेता टीम के कप्तान थे तो आईपीएल 2025 में भी अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया। इस दौरान उनका बल्ला भी खूब बोला। इसके बाद भी अय्यर को न तो टेस्ट टीम में जगह मिल रही है और न ही टी20 में शामिल किया जा रहा। एशिया कप में उन्हें जगह मिलने की उम्मीद थी कि चयनकर्ताओं ने रिजर्व में भी नहीं रखा।
टीम से बाहर रहने पर क्या बोले श्रेयस अय्यर?
स्टार इंडिया के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने हाल ही में टीम से बाहर होने पर खिलाड़ियों के मानसिक चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अक्सर निराशा का कारण खुद पर विश्वास और कड़ी मेहनत होती है। अय्यर को आगामी ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ इंडिया ए टीम का कप्तान बनाया गया है। श्रेयस अय्यर ने iQOO इंडिया पॉडकास्ट पर बात करते हुए कहा, ‘तब फ्रस्ट्रेटिंग होता है जब आपको पता हो कि आप टीम में और प्लेइंग इलेवन में होने के लायक हैं। उस समय यह फ्रस्ट्रेटिंग होता है।’
30 साल के श्रेयस अय्यर ने यह भी कहा कि टीम की सफलता को सबसे ऊपर रखना चाहिए। उन्होंने कहा- साथ ही जब आपको पता हो कि कोई अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और टीम के लिए लगातार खेल रहा है और अपना बेस्ट दे रहा है, तो आप उसका समर्थन करते हैं। अंततः, लक्ष्य टीम का जीतना होता है। जब टीम जीत रही होती है, तो हर कोई खुश होता है।
ईमानदारी से अपना काम करते रहो
आईपीएल में पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्ययर का मानना है कि मौका मिले या न मिले, अपना काम ईमानदारी से करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा- भले ही आपको मौका न मिले, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप अपना काम ईमानदारी से करें। ऐसा नहीं है कि आप यह तभी करते हैं जब कोई देख रहा होता है। यहां तक कि जब कोई नहीं देख रहा होता है तब भी आपको अपना काम करते रहना होगा।


